(अनवर चौहान) नई दिल्ली: भाजपा में अब एक बड़े घमासान के आसार दिख रहे हैं। सासंद कीर्ति आज़ाद के निलंबन और शत्रुघन सिंहा के खिलाफ पार्टी की होने वाली कार्रवाई को लेकर बुज़ुर्ग नेता हरकत में आ गए हैं। इन वरिष्ठ नेताओं की बैठक मुरली मनोहर जोशी के घर पर हुई।  बैठक में बीजेपी के वरिष्ठतम नेताओं में शामिल शांता कुमार, लालकृष्ण आडवाणी  और यशवंत सिन्हा भी पहुंचे। माना जा रहा है कि कीर्ति आजाद के निलंबन को लेकर कई वरिष्ठ नेता नाराज चल रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक के बाद ये नेता डीडीसीए मुद्दे पर जांच आयोग की मांग कर सकते हैं। इससे पार्टी की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। गौरतलब है कि डीडीसीए मामले को सार्वजनिक तौर पर उठाकर वित्तमंत्री अरुण जेटली पर सवाल उठाने वाले सांसद कीर्ति आजाद को पार्टी ने निलंबित  कर दिया है। वहीं उनका साथ देने वाले शत्रुघ्न सिन्हा पर भी पार्टी में कार्रवाई का विचार चल रहा है। सिन्हा आडवाणी खेमे के माने जाते हैं और काफी दिनों से उनके सुर बगावती रहे हैं। बिहार चुनावों के दौरान उन्होंने नीतीश कुमार की सार्वजनिक तौर पर तारीफ की थी।
कीर्ति ने उठाया था सवाल
आज कीर्ति आजाद ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके पार्टी पर सवाल उठाया कि क्या भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाना गलत है। क्या डीडीसीए मामला पार्टी  से जुड़ा था, मैं तो पार्टी से बाहर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ रहा था। उन्होंने कहा, इस मुद्दे पर पीएम के हस्ताक्षेप की मांग की है। -बीजेपी के मार्गदर्शक मंडल में अटल बिहारी वाजपेयी, नरेंद्र मोदी, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी और राजनाथ सिंह शामिल हैं। -लेकिन बुधवार की मीटिंग में इनमें से सिर्फ आडवाणी और जोशी शामिल हुए। कीर्ति ने मार्गदर्शक मंडल के नेताओं के बारे में क्या कहा? ``मैं पीएम से कहूंगा और मार्गदर्शक मंडल के नेताओं से मिलूंगा। अपने सस्पेंशन के बारे में बात करूंगा।``
जेटली पर क्या हैं आरोप?
- जेटली पर आम आदमी पार्टी और कीर्ति आजाद ने फिरोजशाह कोटला स्टेडियम को बनाने में घोटाले का आरोप लगाया है। - आप नेताओं ने कहा था- जेटली के प्रेसिडेंट रहने के दौरान डीडीसीए ने 24 करोड़ की लागत वाला स्टेडियम 114 करोड़ रुपए में बनवाया। 90 करोड़ रुपए कहां खर्च कर दिए? - वहीं, बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि डीडीसीए में करप्शन पर उन्होंने तब प्रेसिडेंट रहे जेटली को 200 लेटर और 500  मैसेज भेजे, लेकिन जवाब नहीं मिला। - कीर्ति ने एक सीडी दिखाई, जिसमें दावा किया गया है कि डीडीसीए में एक लैपटॉप का एक दिन का किराया 16 हजार और प्रिंटर का किराया 3 हजार रुपए  दिया जाता था। - कीर्ति के मुताबिक, 14 फर्जी कंपनियों के जरिए करोड़ों का घोटाला किया गया।