कलौंजी के बारे में कहा जाता है कि यह कलयुग की संजीवनी बूटी है। सही तरीके से यदि इसका सेवन किया जाए तो इससे भयानक से भयानक बीमारी ठीक हो सकती है। कलौंजी का इस्तेमाल कितना और कैसे करें- डायबिटीज प्रतिदिन 2 ग्राम कलौंजी के सेवन के परिणामस्वरूप तेज हो रहा ग्लूकोज कम होता है। इंसुलिन रैजिस्टैंस घटती है,बीटा सैल की कार्यप्रणाली में वृद्धि होती है तथा ग्लाइकोसिलेटिड हीमोग्लोबिन में कमी आती है। हाई ब्लड प्रेसर 100 या 200 मिलीग्राम कलौंजी के सत्व के दिन में दो बार सेवन से हाइपरटैंशन के मरीजों में ब्लड प्रैशर कम होता है। मिर्गी 2007 में हुए एक अध्ययन के अनुसार मिर्गी से पीड़ित बच्चों में कलौंजी के सत्व का सेवन दौरे को कम करता है।