अनवर चौहान
नई दिल्ली: लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के मौके पर विजय घाट में आयोजित कार्यक्रम में दिल्ली के प्रमुख सचिव उपस्थित  नहीं हुए. इसको लेकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उनसे जवाब मांगा है. मुख्यमंत्री के एक सहयोगी ने बताया कि कार्यक्रम में एमएम कुट्टी की अनुपस्थिति को लेकर केजरीवाल ‘अप्रसन्न’ हैं. इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने भी हिस्सा लिया था और इसका आयोजन दिल्ली सरकार के कला, संस्कृति एवं भाषा विभाग ने किया था.
सहयोगी ने बताया कि कुट्टी के अलावा अन्य नौकरशाह भी कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुए थे. उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री इस बात से नाराज हैं कि अधिकारी राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रम को इस तरह से लेते हैं. कुट्टी को किए गए फोन कॉल और संदेश पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केजरीवाल और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने इस अवसर पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री को श्रद्धांजलि दी.
केजरीवाल नीत सरकार और नौकरशाही के संबंध हमेशा ही खराब रहे हैं, हमेशा ही इनमें बहस होती रही है क्योंकि शहर के प्रशासन की संरचना ऐसी है कि उप राज्यपाल को प्राथमिकता मिलती है. ऐसा भी मौका आया था जब बड़े पैमाने पर अधिकारी दो डीएएनआईसीएस-कैडर (दिल्ली, अंडमान एवं निकोबार द्वीपसमूह सिविल सर्विसेज) को साल 2015 में निलंबित करने के सरकार के फैसले के खिलाफ छुट्टी पर चले गए थे.