अनवर चौहान

हरियाणा में डॉ विनोद गोयल हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा हुआ है। डॉक्टर की हत्या जिगरी दोस्त ने ही की थी। इसके बाद शव को कंबल में लिपेटकर हरिद्वार में बहा दिया। डॉक्टर के चालक की हिम्मत से मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।हरियाणा के नूंह जिले के पुन्हाना से करीब दस दिन से लापता चल रहे शहर के मशहूर डॉक्टर विनोद गोयल हत्याकांड का शनिवार को पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा कर दिया। पुलिस जांच में सामने आया कि डॉक्टर की हत्या किसी और ने नहीं बल्कि उनके परम मित्र दीपक राजस्थानी ने अपने फैक्टरी कर्मचारी अशोक के साथ मिलकर की थी। हत्या का कारण दोनों दोस्तों के बीच पैसों का लेन-देन बताया जा रहा है। 
हत्या के बाद आरोपियों ने शव को हरिद्वार में बहती गंगा नदी में फेंक दिया। मामले का खुलासा उस समय हुआ जब घटना के दौरान उनके साथ गए कार चालक मुस्तकीम को शक हुआ और उसने हिम्मत दिखाते हुए पुलिस को पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। पुलिस ने मुस्तकीम को सरकारी गवाह बनाया है। इस खुलासे के बाद पूरे शहर में आक्रोश और शोक की लहर दौड़ गई। शहर के लोगों ने रविवार को शोक स्वरूप मुख्य बाजार पूरी तरह बंद रखा। 
शहर के मशहूर डॉक्टर विनोद गोयल की हत्या दोस्ती पर रुपयों के भारी पड़ने की है। वहीं, डॉक्टर के कार चालक मुस्तकीम की हिम्मत की कहानी भी है। करीब एक सप्ताह तक कशमकश में रहने के बाद मुस्तकीम खुद को रोक नहीं पाए और पुलिस को जाकर पूरी जानकारी दी। तभी इस मामले का खुलासा हो पाया। इसके बाद पुलिस ने मुस्तकीम को सरकारी गवाह बनाया है। वहीं, इस खुलासे के बाद पूरे शहर में आक्रोश और शोक की लहर दौड़ गई। शहर के लोगों ने रविवार को शोक स्वरूप मुख्य बाजार पूरी तरह बंद रखा। डीएसपी जितेंद्र राणा ने पत्रकारवार्ता में बताया कि 28 अगस्त की रात रोजाना की तरह डॉ विनोद गोयल अपने मित्र दीपक और उसकी फैक्टरी कर्मचारी अशोक के साथ दीपक की कार में घूमने निकले थे। देर रात दीपक और अशोक ने सुनियोजित तरीके से डॉ विनोद गोयल का गला कपड़े से घोंट दिया।  
हत्या के बाद शव को शहर से बाहर घीड़ा मोड़ स्थित दीपक की बर्तन फैक्टरी में कंबल में लपेटकर छिपा दिया। अगले दिन सुबह दोनों आरोपियों ने शव को फैक्टरी से कार में डालकर हरिद्वार की ओर रुख किया। इस दौरान उनके साथ कार चालक मुस्तकीम भी था, लेकिन उसे हत्या की जानकारी नहीं दी गई।  
रास्ते में दीपक और अशोक बार-बार गाड़ी में खुशबूदार स्प्रे करते रहे ताकि किसी को कोई गंध न आए। हरिद्वार पहुंचने से कुछ दूरी पहले दोनों ने चालक को चाय पानी पीने के लिए गाड़ी से उतार दिया और खुद शव को एक पुल से गंगा नदी में बहा दिया। वापसी में चालक को फिर कार में बैठा लिया और ऐसे व्यवहार किया जैसे कुछ हुआ ही नहीं।डीएसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि मुस्तकीम को दीपक और अशोक की हरकतों पर शक हुआ। वह कई दिनों तक मानसिक तनाव में रहा। आखिरकार उसने पुलिस के सामने पेश होकर पूरी सच्चाई बयान कर दी। उसी की जानकारी के आधार पर पुलिस ने मुख्य आरोपी दीपक राजस्थानी को हिरासत में ले लिया। जबकि अशोक की तलाश में पुलिस की टीम लगातार दबिश दे रही है। 
डॉ. विनोद गोयल शहर के जाने-माने चिकित्सक थे और क्षेत्र में उनका खासा सम्मान था। उनकी हत्या की खबर जैसे ही फैली, लोगों के आंसू नहीं थम पाए। शहर के लोग विश्वास नहीं कर पा रहे कि जिस दोस्त के साथ डॉक्टर ने वर्षों का रिश्ता निभाया, वही उनकी जान ले लेगा।
हत्याकांड का खुलासा होते ही शहर में भारी गुस्सा देखने को मिला। व्यापारियों ने शोक स्वरूप बाजार बंद रखे और पुलिस प्रशासन से मांग की कि आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। डीएसपी राणा ने बताया कि सीआईए प्रभारी संदीप मोर और शहर थाना प्रभारी राजेश कुमार के नेतृत्व में टीमें लगातार जांच कर रही हैं। फैक्टरी और वारदात स्थल से अहम सबूत जुटाए जा रहे हैं। इसके अलावा आरोपी के मोबाइल की भी जांच की जा रही है।