अनवर चौहान

तमिलनाडु की किंगमेकर वी के शशिकला ने अपनी पहली रात जेल की काल कोठरी में गुज़ारी। लगज़री ज़िंदगी जीने वाली शशिकला ने ये सपने में भी नहीं सोचा होगा कि बेंगलुरु सेंट्रल जेल के महिला ब्लॉक में रातें तो क्या दिन भी गुज़ारने पड़ेंगे। उन्होंने अपने वक़ीलों के माध्यम से क्लास ए क़ैदी की तरह सुविधा देने की मांग की थी लेकिन जज अस्वथानारायण ने इसे ख़ारिज कर दिया था.सुप्रीम कोर्ट ने शशिकला, उनकी ननद इलावरसी और उनके भतीजे वी एन सुधाकरण को आय से अधिक संपत्ति के मामले में दोषी ठहरा दिया है. उन्हें चार साल क़ैद की सज़ा सुनाई गई है.जज अस्वथानारायण द्वारा मांग ख़ारिज किए जाने के बाद उनके समर्थकों को निराशा हुई है. उनके समर्थकों को लग रहा था कि शशिकला को  जेल में एयरकंडीशंड कमरा मिलेगा लेकिन इन समर्थकों को ये पता नहीं है कि इस जेल में कोई एयर कंडिशंड कमरा है ही नहीं.


जेल में पहली मंजिल पर शशिकला को 10x8 फ़ीट आकार की एक सेल में रखा गया है. इसी में शौचालय भी है. बगल की सेल में एक महिला बंद है, जिसे साइनाइड से कई महिलाओं की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया है. शशिकला को यहां एक छूट दी गई है कि वह अपनी ननद इलावरसी के साथ रह सकती हैं. दोनों को जेल की तरफ़ से कालीन, कंबल और तकिया मुहैया कराया गया है. ये सभी सामान जेल के नियम के हिसाब से उपलब्ध कराए गए हैं. अदालत के फ़ैसले के मुताबिक़ शशिकला को सामान्य क़ैदियों की तरह सुविधा मिलेगी.शशिकला को सरेंडर के लिए और समय नहीं मिला एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि उन्हें सेहत से जुड़ी समस्या के कारण या डॉक्टर की सिफ़ारिश पर गद्दा मुहैया कराया जा सकता है.जेल की तरफ से शशिकला और उनकी ननद को नीले बॉर्डर वाली सफ़ेद साड़ी दी गई है.