केंद्रीय मंत्रिपरिषद में आज बड़े फेरबदल होना तय हो गया है। सूत्रों की मानें तो इस फेरबदल से पहले ही गुरुवार देर रात आधा दर्जन से अधिक मंत्रियों ने इस्तीफा दे दिया है। बताया जा रहा है कि पीएम मोदी संभावित मंत्रिमंडल विस्तार में मिनिमम गवर्नमेंट मैक्सिमम गवर्नेंस के फार्मूले पर अमल कर सकते हैं। वहीं ये भी अनुमान लगाया जा रहा है कि एक जैसे मंत्रालयों को मिलाकर किसी एक कैबिनेट मंत्री को उसकी जिम्मेदारी दी जा सकती है। इस बड़े फेरबदल में केंद्रीय मंत्रियों की संख्या में कमी और राज्य मंत्रियो की संख्या में इजाफा किया जा सकता है। मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल से करीब दो दर्जन मंत्री प्रभावित हो सकते हैं वहीं एक दर्जन से ज्यादा नए मंत्री को इसमें शामिल किए जान की संभावना है।
केंद्रीय मंत्री उमा भारती और राजीव प्रताप रूडी के इस्तीफे प्रधानमंत्री कार्यालय भेज दिए गए हैं। इसके अलावा कलराज मिश्र, निर्मला सीतारमण, राज्यमंत्री महेंद्रनाथ पांडे, फग्गन सिंह कुलस्ते और संजीव बालियान ने पार्टी के संगठन महामंत्री रामलाल को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। इन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बाद में फैसला लेंगे। इस्तीफा देने वाले मंत्रियों को संगठन में महत्वपूर्ण पद दिए जा सकते हैं। इससे पूर्व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से चार घंटे तक मुलाकात की थी। प्रधानमंत्री 3 सितंबर को विदेश यात्रा पर जा रहे हैं। 2 सितंबर को मंत्रिमंडल विस्तार की पूरी संभावना है। उस दिन राष्ट्रपति भी तिरुपति यात्र से वापस लौट आएंगे। सूत्रों के अनुसार शाह ने इस बैठक के साथ-साथ मंत्रिपरिषद विस्तार को लेकर भी चर्चा की। इससे पहले शाह ने उत्तर प्रदेश में नए अध्यक्ष की नियुक्ति और गुजरात की चुनावी चर्चा करते हुए लगभग आधा दर्जन केंद्रीय मंत्रियों से चर्चा की थी। मंत्रिपरिषद विस्तार को वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस बयान से भी बल मिला है कि रक्षा मंत्रलय उनके पास कुछ समय के लिए ही है। मंत्रिपरिषद विस्तार के तहत केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल, धर्मेद्र प्रधान को पदोन्नत किया जा सकता है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्यमंत्री महेंद्र नाथ पांडे उत्तर प्रदेश भाजपा के नए अध्यक्ष नियुक्त किए गए हैं। पांडे मौजूदा अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य का स्थान लेंगे जो राज्य के उप मुख्यमंत्री हैं। सूत्रों के अनुसार सामाजिक समीकरणों को देखते ब्राह्मण समुदाय से आने वाले पांडे को अध्यक्ष बनाने का फैसला किया गया।
भाजपा संगठन से कम से कम दो पदाधिकारियों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। कम से कम आधा दर्जन मंत्रियों को सरकार से संगठन में लाए जाने की संभावना भी है। बिहार से सांसद राजीव प्रताप रूडी को संगठन में बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। पिछले दिनों लगातार रेल हादसों के बाद रेलमंत्री सुरेश प्रभु भी इस्तीफे की पेशकश कर चुके हैं। सहयोगी दलों से भी मंत्री बनेंगे संभावित विस्तार में जद (यू) से दो, शिवसेना से एक व तेलुगुदेशम से एक मंत्री बनाए जा सकते हैं। तेलुगुदेशम से एक और मंत्री बनाए जाने की जगह उसके एक मौजूदा राज्यमंत्री को पदोन्नत किए जाने की संभावना भी है। इनके साथ भाजपा से एक दर्जन नए मंत्री बनाए जाने की संभावना है। अन्नाद्रमुक के एम. थंबीदुरई और बी. मैत्रेयन भी मंत्रिमंडल में शामिल किए जा सकते हैं। केंद्रीय मंत्रिमंडलः