दुनिया का सबसे सुरक्षित मोबाइल माने जाने वाले आईफोन की सुरक्षा में खतरा मंडरा रहा है। क्योंकि इसको सुरक्षित रखने वाला सीक्रेट कोड गुरुवार को एक वेबसाइट के जरिए ऑनलाइन कर दिया गया। जिस वेबसाइट ने एक एप्पल का यह कोड लीक किया है उसका नाम गिटहब है। जिस हैकर ने यह कोड जारी किया है उसने अभी तक अपनी पहचान नहीं बताई। जिस यूयर के अकांउट से यह सिक्योरिटी कोड लीक किया गया है कि उसका नाम जियोशिबा बताया जा रहा है।
ऑनलाइन लीक हुए एप्पल के इस कोड का इस्तेमाल आईबूट नाम एप में होता है जो कि आईफोन को ऑन करने के साथ ही मोबाइल पर चलता है जो कि आईफोन में मौजूद ऑपरेटिंग सिस्टम को सुरक्षित ढंग से चलने की सुविधा देता है।
इस सिक्योरिटी कोड लीक के मामले ने दुनिया के साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों का ध्यान खींखा है। वहीं कुछ का मानना है कि यह ली एप्पल के इतिहास की सबसे बड़ी लीक है। आईओएस सिस्टम की प्रोग्रामिंग पर एक बुक लिखने वाले जोनाथन लेविन ने बताया कि जो सोर्स कोड लीक हुआ है वह ऑथेंटिक है। एप्पल के प्रिलोडेट एप को यूजर किसी भी प्रकार से डिलीट नहीं कर कर सकता क्योंकि उनमें जबरदस्त सिक्योरिटी फीचर होता है। इस सिक्योरिटी को और मजबूत बनाने के लिए सिक्योर एंक्लेव का इस्तेमाल करने लगा है ताकि सुरक्षा को और मजबूत बनया जा सके।मामले पर एप्पल ने कहा है कि आईओएस 9 का सोर्स कोड जो कि 2015 में जारी किया गया था लीक हुआ है।
7% लोगों का डाटा खतरे में-
एप्पल ने मामले पर मीडिया को बताया है कि इस लीक से बहुत कम यूजर्स ही प्रभावित होंगे, क्योंकि जिनके पास 10आईओएस सिस्टम  से ज्यादा पुराना सिस्टम है ऐसे लोगों की संख्या महज 7 परसेंट ही है। यानी आईफोन रखने वाले फीसदी लोगों का डाटा खतरे में हो सकता है।

वहीं कुछ सिक्योरिटी एक्सपर्ट्स की सलाह है कि 7 परसेंट लोग जिनके पास आईओएस 9 सिस्टम हैं उन्हें अपना ऑपरेटिंग सिस्टम अपग्रेड करा लेना चाहिए।