अनवर चौहान

आर्थिक अपराध शाखा ने जालसाज सुकेश चंद्रशेखर के रोहिणी जेल से दो सौ करोड़ की ठगी करने के मामले में तिहाड़ जेल के पांच अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अधिकारियों में रोहिणी जेल के दो जेल अधीक्षक, दो जेल उपाधीक्षक और एक सहायक अधीक्षक शामिल हैं। इन्हें तीन दिन के लिए दिल्ली पुलिस की हिरासत में भेजा गया है।
सुकेश चंद्रशेखर ने तिहाड़ जेल से रेलिगेयर इंटरप्राइजेज के पूर्व प्रमोटर शिविंदर सिंह की पत्नी अदिति सिंह से दो सौ करोड़ रुपये की ठगी की थी। आरोपी ने वित्तीय अनियमितताओं के मामले में जेल में बंद उसके पति शिविंदर सिंह को जमानत दिलाने की बात कही थी। शाखा के अधिकारियों के अनुसार अदिति सिंह की शिकायत पर मामला दर्ज कर शाखा ने जांच शुरू की। पुलिस ने रोहिणी जेल में बंद सुकेश चंद्रशेखर को गिरफ्तार कर लिया था।
बाद में पुलिस ने उसकी पाटर्नर लीना समेत चार अन्य आरोपियों मैथ्यूज, कमलेश कोठारी, अरुण मुथु और बी मोहन राज को गिरफ्तार कर लिया। जालसाजी के मामले में गिरफ्तार सुकेश रोहिणी जेल से ही मोबाइल फोन के जरिए ठगी को अंजाम दे रहा था। जांच में पता चला कि आरोपी जेल में तैनात अधिकारियों की मिलीभगत से ठगी को अंजाम दे रहा था। जेल प्रशासन ने अपने स्तर पर जेल अधिकारियों की मिलीभगत की जांच की। जिसमें पांच अधिकारियों की मिलीभगत की बात सामने आने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया था।
उधर आर्थिक अपराध शाखा ने गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की। जिसमें जेल के पांच अधिकारियों की संलिप्पता की बात सामने आई। उसके बाद पुलिस ने नौ नवंबर को रोहिणी जेल अधीक्षक सुनील कुमार, सुरिंदर चंद्र बोरा, उपाधीक्षक महेंद्र प्रसाद, लक्ष्मी दत्त और सहायक अधीक्षक प्रकाशचंद को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इनसे ठगी के मामले में इनकी भूमिका के बारे में पूछताछ कर रही है।