नोशाद अली
लखनऊ.मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रमुख सचिव शशि प्रकाश गोयल पर भ्रष्ट्राचार का आरोप लगाने वाले व्यापारी को पुलिस ने शुक्रवार को हिरासत में ले लिया। एसएसपी लखनऊ दीपक कुमार ने बताया कि भाजपा की शिकायत पर हजरतगंज पुलिस ने व्यवसायी अभिषेक गुप्ता को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। गुरुवार देर रात भाजपा ने व्यापारी के खिलाफ केस दर्ज कराया था। योगी ने भी मामले में संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
राज्यपाल ने योगी को लिखी चिट्ठी
मुख्यमंत्री कार्यालय में भ्रष्ट्राचार के मामले का खुलासा राज्यपाल राम नाइक ने योगी को एक चिट्ठी लिखकर किया है। चिट्ठी में लिखा है कि प्रमुख सचिव (मुख्यमंत्री) शशि प्रकाश गोयल पर लगे धन उगाही के आरोपों की जांच कराई जाए। यह पहली बार हुआ है जब योगी सरकार में भ्रष्टाचार के सीधे आरोप मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पर लगे हैं। राम नाइक ने ये चिट्ठी 30 अप्रैल 2018 को लिखी गई थी। मामले में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं होने के बाद व्यवसायी अभिषेक ने इस चिट्ठी सोशल मीडिया में वायरल कर दिया।
क्या लिखा है चिट्ठी में?
राज्यपाल ने एक व्यवसायी के पत्र का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव पर लगाए भ्रष्टाचार के आरोप को गंभीरता से उठाया। हरदोई के संडीला तहसील के व्यापारी अभिषेक गुप्ता ने राज्यपाल को पत्र लिखकर प्रमुख सचिव शशि प्रकाश गोयल पर 25 लाख रुपये मांगने का आरोप लगाया था।
क्या कहना है व्यवसायी का?
गुप्ता का कहना है कि उन्हें एस्सार ऑइल का पेट्रोल पंप आवंटित हुआ है, जिसे लगाने में चिन्हित जमीन के सामने सड़क की चौड़ाई आड़े आ रही है। अभिषेक ने प्रदेश सरकार से सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के लिए आवश्यक भूमि उपलब्ध कराने की मांग की थी। गुप्ता का आरोप है कि सड़क की चौड़ाई बढ़ाने के लिए भूमि उपलब्ध कराए जाने के मामले में प्रमुख सचिव शशि प्रकाश गोयल 25 लाख रुपए की मांग कर रहे हैं। व्यवसायी द्वारा पैसे नहीं देने पर उसके आवेदन पर फैसला नहीं लिया जा रहा। राज्यपाल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अभिषेक गुप्ता का पत्र भेजते हुए मामले पर उचित कारवाई करने को कहा है।
सीएम आवास पहुंचा व्यवसायी का परिवार
अभिषेक गुप्ता को हिरासत में लिए जाने के मामले में अभिषेक का परिवार मुख्यमंत्री आवास पहुंचा।अभिषेक के परिजन का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने की सजा दी जा रही है।
बागी मंत्री ने किया आईएएस का बचाव
इस मामले में जब योगी सरकार के बागी मंत्री ओम प्रकाश राजभर से बात की गयी तो उन्होंने आईएएस शशि प्रकाश गोयल का बचाव करते हुए कहा कि किसी के कहने पर कोई आरोप सिद्ध नहीं होता है। मामले की जांच होगी। अगर ऐसी कोई बात सामने आती है तो सीएम खुद कार्यवाही करेंगे।